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ㅤㅤदुबई जाने वाली फ्लाइट में तीन सीटों की पंक्ति में दो पाकिस्तानी और एक बुजुर्ग सरदारजी बैठे. सरदारजी कोने वाली सीट पर थे और अपने जूते उतार कर आराम से सीट पर ही चौकड़ी मार कर बैठ गये.

ㅤㅤतभी पहला पाकिस्तानी बोला :ㅤㅤभाई मुझे तो बहुत प्यास लगी है, कोक पियूंगा
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ㅤㅤ सरदार जी कोने में बैठे थे तो कहा :ㅤㅤभाई साहब, आप बैठो, मैं लेकर आता हूँ

ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤऔर वो एयर होस्टेज से कोक लेने नंगे पावँ ही चले गये.

ㅤㅤㅤㅤㅤदोनों पाकिस्तानी मुस्कुराए और एक ने सरदारजी के जूते में थूक दिया.
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ㅤㅤㅤㅤसरदार जी थोड़ी ही देर में कोक लेकर आ गये और फिर चौकड़ी मार कर बैठ गये.

ㅤअब थोड़ी देर के बाद दूसरा पाकिस्तानी भी बोला :ㅤㅤमुझे भी प्यास लगी है, मैं भी कोक पियूँगा
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ㅤㅤㅤㅤㅤㅤसरदार जी फिर उठे और थोड़ी देर के बाद कोक लेकर आ गये।

ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤइस बीच दूसरे पाकिस्तानी ने भी उनके जूते में थूक दिया.

ㅤㅤदुबई पहुँचने पर सरदार जी ने अपने जूते जैसे ही पहने, उनको सारी बात समझ में आ गयी

ㅤㅤㅤयह देख दोनों पाकिस्तानी सरदार जी की हसीं उड़ाने के अंदाज़ में मुस्कुराने लगे.
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ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤसरदार जी बहुत ही आहत स्वर में बोले :

ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤआखिर कब तक यह दुश्मनी चलेगी,
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ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤआखिर कब तक हम भुगतते रहेंगे.
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ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤआखिर कब तक यह मंजर चलेगा,
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ㅤㅤㅤㅤㅤआखिर कब तक वे जूतों में थूकते रहेंगे और हम उनकी कोक में मूतते रहेंगे :P

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