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ㅤㅤएक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंधित दिल्ली से एक 19 साल का लड़का अपने गृहनगर के लिए एक रणजी ट्राफी मैच खेल रहा था। मैच के दूसरे दिन वह जब ४० रन के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहा था ,अचानक उसके चाचा जी का एक फोन आया और उसके पिता की मृत्यु के बारे में सुचना मिली | वह अंतिम संस्कार के लिए नहीं गया और अंतिम दिन तक अपनी टीम की तरफ से खड़ा था और मैच जीतने के लिए पर्याप्त शतक बनाया और उसके स्ट्राइकर एंड पर अपने करीबी मौजूद दोस्त को गले लगाया और आसमान की ओर जोर से चिल्लाया |आज के समय में वो महान आदमी विराट कोहली से के नाम से जाना जाता है |
ㅤㅤइसलिए आलोचना करने से पहले २ बार सोचे और इतिहास उठा कर देखे ,अगर तुम उसकी हार के साथ खड़े नही हो सकते तो तुमको उसकी जीत का जश्न मानाने का कोई हक़ नही है एक टीम जो सेमीफइनल में पहुंची अच्छा खेले , जीत और हर एक खेल का हिस्सा है . इसका आनंद ले और हमारे देश के सितारों का उत्साह और मनोबल बढ़ाये |
ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤशुभकामनाये !!!! 
ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤ- :सचिन तेंदुलकर"

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